देशभर में सीनियर सिटीजन के सामाजिक न्याय और सम्मान की मांग को लेकर ‘अर्थ क्रांति जीवन गौरव अभियान’ के तहत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अभियान की अगुवाई मुंबई के विजय जी कर रहे हैं, जिन्होंने उज्जैन में वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं और उनके समाधान पर चर्चा की।
मुख्य मांगे और प्रस्ताव
- सीनियर सिटीजन को ‘राष्ट्रीय संपदा’ घोषित किया जाए
- सरकार को इसे संवैधानिक रूप से मान्यता देनी चाहिए।
- ₹100,000 प्रति माह सम्मान निधि
- वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए यह निधि अनिवार्य की जाए।
- इससे परिवारों में उपेक्षा की भावना समाप्त होगी।
- सीनियर सिटीजन मंत्रालय की स्थापना
- केंद्र और राज्यों में अलग मंत्रालय हो, जिसमें एक मंत्री वरिष्ठ नागरिकों के लिए कार्य करें।
- ‘सीनियर सिटीजन संरक्षण अधिनियम’ लागू किया जाए
- उत्पीड़न से बचाने के लिए कड़ा कानून बने, जैसे महिला सुरक्षा कानून हैं।
मतदान में भूमिका
विजय जी ने कहा कि सीनियर सिटीजन की संख्या 11 करोड़ से अधिक है, जिससे वे चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यदि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो वे संगठित होकर चुनावी निर्णय को प्रभावित कर सकते हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर महाअधिकार पत्र जारी होगा
संगोष्ठी के दौरान तय किया गया कि उज्जैन में महाकाल की नगरी से सीनियर सिटीजन महाअधिकार पत्र जारी किया जाएगा। इसे राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।
आगे की रणनीति
- हर पंचायत स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों को जोड़ा जाएगा।
- जागरूकता और सरकारी दबाव के लिए राष्ट्रीय आंदोलन शुरू होगा।