आज की कड़वी बाते[२५-१-२०२३]आत्म हत्यारे मत बनो, आत्मा , चरित्र और सनातन धर्म रक्षक बने हम=किसी रोते हुए को मुस्कराहट देना ,ईश्वर की सच्ची इबादत तथा आराधना हें आज की कड़वी बाते[२५-१-२०२३]आत्म हत्यारे मत बनो, आत्मा , चरित्र और सनातन धर्म रक्षक बने हम=गरीब नवाज के दरबार में पीएम ने चादर भेजी , अच्छी बात हें , पावन आत्मा भी जरुरी हें , दिखावा नहीं होना चाहिए=पथ्थरो को पूजते पूजते , हम पथ्थरी आत्मा के पुतले हो गए हें आज की कड़वी बाते[२५-१-२०२३]आत्म हत्यारे मत बनो, आत्मा , चरित्र और सनातन धर्म रक्षक बने हम=किसी रोते हुए को मुस्कराहट देना ,ईश्वर की सच्ची इबादत तथा आराधना हें आज की कड़वी बाते[२५-१-२०२३]आत्म हत्यारे मत बनो, आत्मा , चरित्र और सनातन धर्म रक्षक बने हम=गरीब नवाज के दरबार में पीएम ने चादर भेजी , अच्छी बात हें , पावन आत्मा भी जरुरी हें , दिखावा नहीं होना चाहिए=पथ्थरो को पूजते पूजते , हम पथ्थरी आत्मा के पुतले हो गए हें=हवाओं में यादो की सुगंध , शायद उसे छुकर ही हवाए मेरे शहर में आयी हें =हम उन्हें बुलाते हें , वो आते नहीं , हम रोते हे और वो मुस्कराते हें=वो आये ना आये , हमे तो अपने जीवन को कविता बनाना ही हें=वादों और रिश्तो के झमेंलो के तुफानो में मत उलझो, अब तो धरती भी फट रही और अपनी गति विपरीत भी कर रही= सत्य का तूफ़ान आता ही हें , सब कुछ बदल जाता हें