नक्शा” कार्यक्रम: शहरी भूमि रिकॉर्ड्स में क्रांति लाने की पहल

152 नगरों में 18 फरवरी से होगी शुरुआत, मध्यप्रदेश के 10 नगर शामिल

भोपाल, 16 फरवरी। केन्द्रीय भूमि संसाधन विभाग द्वारा डिजिटल इंडिया लैंड रिकॉर्ड्स मॉडर्नाइजेशन प्रोग्राम के तहत “नक्शा” (NAKSHA – National Geospatial Knowledge-based Land Survey of Urban Habitations) कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य शहरी भूमि रिकॉर्ड्स के निर्माण और प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाना है।

“नक्शा” कार्यक्रम के तहत शहरी भूमि रिकॉर्ड्स के लिए एक सटीक और व्यापक भू-स्थानिक डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिससे संपत्ति स्वामित्व रिकॉर्ड्स को सरल बनाने, शहरी योजना को सुचारू रूप से संचालित करने और भूमि प्रशासन को आधुनिक बनाने में मदद मिलेगी। यह हवाई और जमीनी सर्वेक्षणों को उन्नत GIS तकनीक से जोड़कर बेहतर भूमि प्रबंधन सुनिश्चित करेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केंद्रीय मंत्री श्री चौहान करेंगे शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 18 फरवरी को रायसेन जिले से ड्रोन उड़ान के साथ इस कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान वे “वाटरशेड यात्रा” को भी हरी झंडी दिखाएंगे। इस कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल और राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा भी मौजूद रहेंगे।

मध्यप्रदेश के 10 नगरों में होगी शुरुआत

“नक्शा” कार्यक्रम को देश के 152 नगरों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जा रहा है। मध्यप्रदेश के 9 जिलों के 10 नगर भी इस योजना में शामिल किए गए हैं:

  • शाहगंज
  • छनेरा
  • अलीराजपुर
  • देपालपुर
  • धार कोठी
  • मेघनगर
  • माखन नगर (बाबई)
  • विदिशा
  • सांची
  • उन्हेल

“नक्शा” कार्यक्रम की प्रमुख विशेषताएँ

➡️ भू-स्थानिक मैपिंग और आधुनिक सर्वेक्षण तकनीक – सटीक भूमि रिकॉर्ड तैयार होंगे।
➡️ शहरी भूमि प्रबंधन में पारदर्शिता – संपत्ति विवादों और धोखाधड़ी पर अंकुश लगेगा।
➡️ बेहतर शहरी योजना – जोनिंग, आधारभूत संरचना और ट्रांसपोर्ट योजनाओं में तेजी आएगी।
➡️ आपदा प्रबंधन में मदद – बाढ़, भूस्खलन जैसी स्थितियों के लिए सटीक योजना बनेगी।
➡️ रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचे को बढ़ावा – संपत्ति खरीद-फरोख्त और ऋण प्राप्ति होगी आसान।
➡️ प्रॉपर्टी टैक्स कलेक्शन में सुधार – शहरी निकायों की वित्तीय स्थिति होगी मजबूत।

आयुक्त भू-अभिलेख श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्यक्रम नगरीय भू-प्रबंधन को पारदर्शी, कुशल और सटीक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। “नक्शा” कार्यक्रम के क्रियान्वयन से रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा क्षेत्र को नई गति मिलेगी, जिससे नागरिकों को आधुनिक भूमि प्रशासन का लाभ मिलेगा।

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