भोपाल , उज्जैन (रघुवीर सिंह पंवार ), 19 फरवरी 2025 – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिंहस्थ-2028 को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने हेतु नवीनतम तकनीकों के उपयोग पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ महाकुंभ के दौरान आवागमन, पार्किंग, स्नान, भीड़ प्रबंधन, आवास, स्वच्छ पेयजल, भोजन, चिकित्सा सुविधा और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे सभी पहलुओं का सुव्यवस्थित प्रबंधन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बुधवार को मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सिंहस्थ-2028 की व्यवस्थाओं में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) और सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग की संभावनाओं पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों के सहारे श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव प्रदान करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई जाएगी।
सिंहस्थ में हाई-टेक परिवहन सुविधाएं
बैठक में आईआईटी एल्यूमिनाए काउंसिल के प्रतिनिधि श्री सतीश मेहता ने श्रद्धालुओं के आवागमन के लिए AI संचालित सोलर गोल्फ कार्ट, इलेक्ट्रिक मिनी बसों और 9 मीटर लंबी बसों के प्रस्ताव को प्रस्तुत किया। इस योजना के तहत देवास, इंदौर और ओंकारेश्वर से उज्जैन तक श्रद्धालुओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस प्रस्ताव को सराहते हुए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शहरी क्षेत्रों में प्रायोगिक रूप से इस योजना को लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण अनुकूल और आधुनिक तकनीकों पर आधारित इन परिवहन साधनों से सिंहस्थ के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू और सुरक्षित होगी।
बैठक में वरिष्ठ अधिकारी रहे उपस्थित
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, श्री मोहम्मद सुलेमान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। सिंहस्थ-2028 के सफल आयोजन के लिए सरकार, प्रशासन और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच समन्वय पर विशेष बल दिया गया।
तकनीक से होगा ऐतिहासिक आयोजन
सिंहस्थ-2028 के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए AI आधारित निगरानी प्रणाली, स्मार्ट पार्किंग, स्वच्छता प्रबंधन और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा। सरकार की योजना तकनीकी नवाचारों और आधुनिक प्रबंधन प्रणाली के जरिए सिंहस्थ को एक ऐतिहासिक और भव्य आयोजन बनाने की है।