तीन साल में 30 लाख किसानों को सोलर पंप, बिजली भी खरीदेंगे सरकार
भोपाल, उज्जैन रिपोर्ट ( रघुवीर सिंह पंवार ) 18 मार्च। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की उर्वर भूमि और नवाचारों ने प्रदेश को कृषि क्षेत्र में देशभर में अग्रणी बना दिया है। नई कृषि तकनीकों को अपनाने और सिंचाई व्यवस्था को मजबूत करने के कारण आज मध्यप्रदेश पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों से आगे निकल चुका है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में नेशनल डिफेंस कॉलेज, नई दिल्ली के 16 सदस्यीय अध्ययन यात्रा दल को संबोधित कर रहे थे।
कृषि और सहकारिता में नई ऊंचाइयां
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य में खेती और सिंचाई को प्राथमिकता दी गई है—
✅ 2002-03 में केवल 7 लाख हेक्टेयर भूमि सिंचित थी, जो अब बढ़कर 55 लाख हेक्टेयर हो चुकी है।
✅ अगले तीन वर्षों में 30 लाख किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे।
✅ सरकार किसानों से उनकी अतिरिक्त सौर ऊर्जा खरीदेगी, जिससे उन्हें दोहरा लाभ मिलेगा।
✅ मात्र 5 रुपये में किसानों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया जा रहा है।
ऊर्जा के क्षेत्र में भी मप्र अग्रणी
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश देश में सबसे सस्ती बिजली देने वाला राज्य है।
✅ दिल्ली मेट्रो भी मध्यप्रदेश की बिजली से संचालित हो रही है।
✅ दुग्ध उत्पादन में अभी तीसरे स्थान पर है, लेकिन अगले चार साल में पहले स्थान पर आ जाएगा।
महाकाल महालोक के दर्शन का आमंत्रण
मुख्यमंत्री ने अध्ययन दल को उज्जैन जाकर महाकाल के दर्शन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि श्री महाकाल महालोक के रूप में धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया गया है।
अध्ययन यात्रा दल ने की सरकार की सराहना
✅ अध्ययन दल ने मध्यप्रदेश की कृषि और सहकारिता क्षेत्र में हुई प्रगति को सराहा।
✅ महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण की प्रशंसा की।
✅ दल ने कहा कि मध्यप्रदेश में शासन और प्रशासन की मदद से लोग स्वयं आगे बढ़कर अपनी आजीविका सुधार रहे हैं।
बैठक में आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी के संचालक श्री मुजीबुर्रहमान खान ने अध्ययन यात्रा दल के उद्देश्यों और आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी।