१०० बात की एक बात[३-३-२५] पूर्वceo राजीव कुमार ने प्रजातंत्र , लोकमत , जनमत तथा चुनाव आयोग की पावनता , निष्पक्षता की क्रूर ह्त्या की हें , सत्तावादी नाजी गेंग का बंधुआ मजदुर बन कर= सीईओ ज्ञानेश कुमार भी यह सच जान ले ,उन्हें सब कुछ पता भी हें ,|राजीवकुमार को इसी वक्त गिरफ्तार किया जाए , रिमांड लिया जाए , रिमांड में हेली क्राप बनाया जाए , १ घंटे में सारे राज बता देगे , सारे अपराध तथा कुकर्म का विवरण भी दे देगें= यह बात , देश की अदालत की हें , राजीवकुमार को फासी के फंदे पर लटकाया जाए| ceo ज्ञानेशकुमार , बैठक , वेठक का नाटक ना करे , ३९ लाख फर्जी मतदाताओ का सच सामने रखे ,चाही गई मतदाता सूची भी , तीन माह में नहीं ,३-४ दिन में ही उपलब्ध कराए , सुप्रीम कोर्ट के सामने भी सारा सच बता दे , वे जनता , राष्ट्र , प्रजातंत्र , जनमत तथा चुनाव आयोग की पावनतातथा निष्पक्षता के प्रति समर्पित रहे , यदि ऐसा नहीं किया तो , वे भी राजीवकुमार की तरह ही अपराधी माने जायेगें , सत्य की ह्त्या, किसी साधन से संभव नही हें