1. महाकाल मंदिर में धन खोरी का खेल: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में भक्तों से अवैध रूप से धन वसूली के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में, कुछ श्रद्धालुओं से नंदी हॉल में भस्म आरती के दर्शन के लिए 400 रुपये वसूले गए। शिकायत के बाद धन वापस कर दिया गया, लेकिन मंदिर परिसर में बड़े स्तर पर धन खोरी का जाल फैला हुआ है। पुजारियों से लेकर होटल एजेंटों और पार्किंग कर्मचारियों तक, सैकड़ों लोग इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं। समस्या के समाधान के लिए सुझाव दिया जा रहा है कि वीआईपी दर्शन पूरी तरह से समाप्त कर दिए जाएं और सभी भक्तों के लिए दर्शन नि:शुल्क कर दिए जाएं।
2. मध्य प्रदेश सूचना आयोग पर हाई कोर्ट की कड़ी टिप्पणी: मध्य प्रदेश में सूचना आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं। हाल ही में हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति अग्रवाल ने मुख्य चुनाव आयोग पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि आयोग सरकार का एजेंट बनकर काम कर रहा है, न कि जनता की भलाई के लिए। कोर्ट के इस निर्णय से सूचना आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
3. पाकिस्तान में पहली बार ट्रेन हाईजैक: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पहली बार एक ट्रेन हाईजैक कर ली। यह घटना कोएटा और पेशावर के बीच स्थित सीबी स्टेशन पर घटी। आतंकियों ने पहले धमाके किए, फिर ट्रेन पर गोलियां चलाईं, जिससे ट्रेन रुक गई। इस हमले में छह पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जबकि सैकड़ों यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। पाकिस्तान सरकार इस हमले को लेकर सकते में है और जवाबी एयर स्ट्राइक की तैयारी कर रही है।
4. अयोध्या में राम मंदिर के नाम पर भूमि घोटाला: राम मंदिर परिसर में 650 किसानों की जमीन अधिग्रहित कर ली गई, लेकिन इसे विकास के बजाय करोड़ों रुपये में बेचा जा रहा है। बिना किसी आधिकारिक घोषणा के अधिग्रहण किया गया और विरोध में आई 650 शिकायतों को मात्र 10 दिनों में खारिज कर दिया गया। यहां तक कि गुजरात पर्यटन विभाग ने भी यह जमीन खरीदी, जबकि यह कार्य यूपी सरकार को करना चाहिए था। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है, जहां याचिकाकर्ता ने पुख्ता सबूत पेश किए हैं। सवाल यह उठता है कि जब मर्यादा पुरुषोत्तम राम का मंदिर बनाया गया, तो फिर वहां भ्रष्टाचार क्यों हो रहा है?
ये चार खबरें प्रशासन और जनता के लिए गंभीर चिंतन का विषय हैं। हम आगे भी इन मामलों में नई जानकारी आपके सामने लाते रहेंगे।