उज्जैन न्यूज[१-३-२४] इन्वेस्टर स्मिट सफल , २० हजार को नोकरी का आस बंधी= व्यापार मेला भी उद्घाटित , शुरू दिन से ही छुट मिल रही, rto ने अस्थाई केम्प लगाया= इन्वेस्टर का भोज , वेध शाला क्षेत्र में सम्पन्न= ६.२० बजे का तूफ़ान भी संकट बना, ११० किमी की गति से हवा चली , व्यापार मेले में तबाही मची= ग्रामीण अंचल में भी तूफ़ान का खर , फसले तबाह= सिंधिया ने भी अपना राग अलापा = विक्रम पंचांग तथा अन्य कृतियाँ भी विमोचित हुई= लाडली बहनों की किश्त भी जारी= गेंहू बेचने के पंजीयन की तारीख , ६ मार्च की गई= इन्वेस्टर स्मिट की प्रेस कांफ्रेंस २ मार्च को , ३.३० पर= किसानो पर संकटो के पहाड़ टूटे= जनता को शंख की तरह बजाया जा रहा तथा प्रचंड मूर्खो को चलाया जा रहा= धर्म के नाम पर शातिर खेल जारी= दो तीन दिन मौसम खराब रहेगा= षड्तंत्रो तथा शातिर चालो के काले सूर्यो को सन्देश , हम , तुम्हारी गुलामी क्यों सहे? इज्जत से मरने का जज्बा हमारा हें= नाजियो को , अपने षड्यंत्रों पर गरूर हें , किन्तु सत्य तो , हमारा भगवान हें= चाहे जितने नाटक करो , जुमले गढ़ो,तुमसे आगे तो हमारा रास्ता हें= जो बाप कमाई खाते हें , हराम की कमाई खाते हें , जो भीक मांग क्र खाते हे, उन पर मंहगाई का असर नहीं होता हें= परिंदों के ही पंख होते हें ,जिनके शरीर में झूठ और अंहकार के पंख होते हें , उनकी बर्बादी , जल्द होती हें