bhopalउज्जैनखेलदेशमध्यप्रदेशविदेश देश में आराधना स्थलों की नहीं , धार्मिक आदर्श तथा एकता की जरूरत , यही सच्चा सनातन धर्म हें February 16, 2024February 16, 2024
इन्दोर के राजनेतिक स्टेडियम में , मेट्रो की बेटिंग करते हुए , शिवराज , केच आउट तथा सेल्फ़ आउट हुए. अम्पायर पीएम ने खेल से बाहर भी किया, शिवराज , रिव्यूह मांग रहे
उज्जैन न्यूज [२४-९-२०२३] महिदपुर में गो तस्कर पकडाया , २८ गो वंश छुडाये, घर में अवेध शराब भी मिली , गो तस्कर का बाड़ा तोडा = ३० फिर नाजीवादी नाटक होगा मुख्य किरदार होगें अमित शाह, यूनिटीमाल का भूमि पूजन करेगें=राजनेतिक नाटक , ७ अक्टूम्बर तक चलेगें= भाजपा के गोरव भाटिया , आत्म प्रशंशा कर बिदा हुए= महाकाल में , ३९ करोड़ का प्रसाद बिका= शहर के प्रसिद्ध मंदिर पर्यटन केंद्र बने , आधात्यम तथा भक्ति गायब, सभी व्यवसाय केंद्र बने= सत्यवीर तेजा दसमी२५ को मेले शुरू
उज्जैन न्यूज अपडेट[१४-१-२४]संक्रांति पर्व मना , क्षिप्रा में स्नान पर्व हुआ, आकाश में पतंगे छाई , १५ को भी संक्रांति पर्व=कोठी रोड़, आनंदोत्सव के रूप में , भीड़ोत्स्व मनाया , खूब धक्का मुक्की हुई, अनेक लोग गिरे, अनुशासन हीनता चरम रही, भाजपा नेताओं की गेंग , सीएम को घेरे रही=सीम नें संभागीय अफसरों की बेठक ली. क्षिप्रा तथा सिंहस्थ/२८ पर फोकस रहा=१२.३० मकोदिया आम में रेलवे की जमीन , हजारवर्ग मीटर की जमीन पर, ६८ करोड़ के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र तथा अन्य योजनाओं का भूमि पूजन किया , जून , २०२५ तक निरमा पूर्ण होगा, शेष भूमि , ४७ हजार वर्ग मीटरहें , दुसरे फेजकी योजना बनेगी,१८० करोड़ की पुरी योजना हें=केन्द्रीय रेल मंत्री , नहीं आये, उज्जैन रामगंज, रेल मार्ग की मांग की गई. उक्त मार्ग का सर्वे दो बार पूर्ण हो चुका हें=संध्या की फिर ठंडी हवा चली= गोवर्धन सागर योजना पर भी ध्यान , ६ करोड़ की योजना तय्यार की जा रही= नाग्झीरी की फेक्ट्री से लोहा चुराने वाले पकडाए= भाजपाई, सीम को अपने घेरे में केदकरने में सफल रहे=६०० करोड़ के रोप वे का टेंडर डालने हेतु , कोई तय्यार ही नहीं , वेसे जरूरत भी नहीं हें=सिंहस्थ मेला प्राधिकरण , अनाथ ही रहेगा, उसके पास कोई अधिकार नहीं , और ना ही उसका , एक्ट हें=क्षिप्रा की मूल समस्या का संज्ञान तक नहीं, शासन , प्रशासन और नेताओं को= एसिड पीड़िता की फर्तियाद भीं नहीं सुनपाए, भाजपाइयो के घेरे में घिर रही सीएम. भूमि पूजन स्थल समारोह में पीड़ीता निराश हुई.ये अन्याय हुआ=सीम अब जब भी उज्जैन आये या कही भी जाए , पहले जनता की बात सुने , बाद में , अन्य समारोह में जाए, जन सुझाव