- महाशिवरात्रि पर्व की तैयारी
उज्जैन में 17 फरवरी से महाशिवरात्रि पर्व का शुभारंभ होगा, जो 26 फरवरी तक चलेगा। महाकाल मंदिर में इस अवसर पर विशेष आयोजन किए जाएंगे। - महाकाल मंदिर में अनियमितताओं का आरोप
महाकाल मंदिर, जो आस्था का केंद्र है, अब धन घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरा हुआ है। दिव्य दर्शन के ठेके भोपाल के ठेकेदार को तीन लाख में दिए गए, और वहां लगे सीसीटीवी कैमरों से भी कई अनियमितताओं की आशंका जताई जा रही है। - पांडियाखेड़ी में छात्र की संदिग्ध मौत
पांडियाखेड़ी इलाके में एक 11वीं कक्षा के छात्र का शव नाले में मिला। यह आत्महत्या थी या हत्या, इस पर जांच जारी है। - भाजपा की जीत पर जश्न
दिल्ली और मिल्कीपुर में भाजपा की जीत के बाद उज्जैन में सराफा चौराहे पर आतिशबाजी और मिठाई वितरण किया गया। - यातायात अव्यवस्था चरम पर
शहर में यातायात की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। पैदल यात्रियों और वाहन चालकों के लिए सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। - सेंट्रल पार्किंग पर प्रशासन निष्क्रिय
पुलिस द्वारा सेंट्रल पार्किंग पर दंड लगाने की घोषणा की गई थी, लेकिन कंठल से तीन चौक तक अव्यवस्थित पार्किंग बनी रही, और कोई कार्रवाई नहीं हुई। - अतिक्रमण की समस्या गंभीर
पूरे उज्जैन में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसे हटाने के लिए नगर निगम और पुलिस कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। - संपत्ति कर वसूली का मामला
नगर निगम के पास 16 करोड़ रुपए की संपत्ति कर वसूली बाकी है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है। - चोरी की घटनाओं में पुलिस निष्क्रिय
मतपुर क्षेत्र में पत्रकार वासुदेव शर्मा की चोरी की शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कई अन्य मामलों में भी पुलिस निष्क्रिय बनी हुई है। - शिप्रा नदी की सफाई पर सवाल
शिप्रा नदी का गोमुख चौक हो गया है, जिससे जल प्रवाह बाधित हो रहा है। सरकार को इसे साफ करने और नए गोमुख बनाने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। - शहर में नशे का बढ़ता प्रचलन
नशे की लत तेजी से फैल रही है, जिससे युवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। प्रशासन को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। - सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने की मांग
शहर के मुख्य मार्गों और चौराहों को 70 फीट तक चौड़ा करने की योजना पर विचार किया जा रहा है, जिससे यातायात सुगम हो सके। - कुंभ सिटी पर 2000 करोड़ का निवेश
उज्जैन में कुंभ सिटी बनाने की योजना बनाई जा रही है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि चिप्रा नदी के उस पार एक स्थायी सिंगर सिटी बनाई जाए, जिससे हर बार कुंभ पर करोड़ों का खर्च बचाया जा सके। - महाकाल मंदिर प्रशासन पर निगरानी की जरूरत
महाकाल मंदिर में धन घोटालों और पत्रकारों की दलाली के आरोप सामने आ रहे हैं। प्रशासन को सख्ती से इसकी जांच करनी चाहिए।
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है। क्या प्रशासन को इन मुद्दों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए? हमें बताएं!