शिकायतों के बावजूद नहीं हुआ समाधान, किसान आर्थिक संकट में किसान रघुवीर सिंह का कहना है कि उन्होंने अब तय किया है कि कल जिला कलेक्टर को सीधे शिकायत की जाएगी, ताकि उन्हें न्याय मिल सके और भुगतान शीघ्र किया जाए।
घाटिया (उज्जैन)।
सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं की खरीदी तो की जा रही है, लेकिन भुगतान समय पर नहीं मिलने से किसान गहरे संकट में आ रहे हैं। उज्जैन जिले के ग्राम उजैनिया के किसान रघुवीर सिंह की कहानी इसका ताजा उदाहरण है।
रघुवीर सिंह ने दिनांक 20 अप्रैल को समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय किया था, लेकिन आज दिनांक तक उनके बैंक खाते में भुगतान नहीं आया है। इस संबंध में उन्होंने मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज़ कार्पोरेशन (MPSCSC) सहित मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ।
किसान का कहना है कि गेहूं की बिक्री से प्राप्त होने वाली राशि से उन्हें अगली फसल के लिए बीज खरीदना और पिछला कर्ज चुकाना था, लेकिन भुगतान न मिलने से वे बेहद परेशान हैं।
“मैंने सभी स्तरों पर गुहार लगाई, पर सुनवाई नहीं हो रही। अब अगली बुआई कैसे करूं?”
— रघुवीर सिंह, किसान, ग्राम उजैनिया
ऐसे मामलों से यह स्पष्ट होता है कि योजनाएं ज़रूर बनाई जाती हैं, लेकिन ज़मीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन लापरवाही की भेंट चढ़ जाता है। अगर किसान को समय पर मेहनत की कीमत ही नहीं मिलेगी, तो वह कैसे आत्मनिर्भर बन पाएगा?
प्रशासन से मांग है कि मामले की तुरंत जांच कर किसान को शीघ्र भुगतान दिलाया जाए। साथ ही भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो, इसके लिए जवाबदेही तय की जाए।