bhopalउज्जैनदेशमध्यप्रदेशविदेश संसद सत्र शुरू होने से पहले मचा घमासान , नाजी गेंग के पूर्वाग्राही निर्णय से, विपक्ष सत्र का बहिष्कार करे, राष्ट्रपति सत्य जाने और संसद को न्याय दे, नाजी गेंग प्रेम त्यागे June 23, 2024June 23, 2024
बाबा महाकाल मंदिर को , संघी तथा भाजपाई गेंग से मुक्त कराने का, महाकाल के सभी दर्शन, निशुल्क होने, कंडे की राख को भस्मी बता कर, उसका व्यापार करने वाली गेंग का संहार करने का, महाकाल समिति भंग करके , महाकाल न्यास, गठित करने का समय आ गया हें, महाकाल मन्दिर तथा परिसर को नाजी भाजपाई तथा vipवाद से मुक्त कराने का महा क्रान्ति पर्व और विजय पर्व का समय आया हें
उज्जैन उत्तर से कांग्रेस प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी घोषित, उज्जैन उत्तर में चुनाव रोमांचक होगा , ब्राम्हण v/s जेनवाद के बीच होगा, मुस्लिम तथा माली समाज भी माया त्रिवेदी के साथ= भाजपा किसी ब्राम्हण को , प्रत्याशी बनाने की टोह में, विभाष उपाध्याय के नाम पर विचार कर रही , संघी तीन दल्ले पारस जेन के लिए ,फील्डिंग कर रहे= मायाजी श्री गणेश कृपा हो गई हें
उज्जैन न्यूज[१-३-२४] इन्वेस्टर स्मिट सफल , २० हजार को नोकरी का आस बंधी= व्यापार मेला भी उद्घाटित , शुरू दिन से ही छुट मिल रही, rto ने अस्थाई केम्प लगाया= इन्वेस्टर का भोज , वेध शाला क्षेत्र में सम्पन्न= ६.२० बजे का तूफ़ान भी संकट बना, ११० किमी की गति से हवा चली , व्यापार मेले में तबाही मची= ग्रामीण अंचल में भी तूफ़ान का खर , फसले तबाह= सिंधिया ने भी अपना राग अलापा = विक्रम पंचांग तथा अन्य कृतियाँ भी विमोचित हुई= लाडली बहनों की किश्त भी जारी= गेंहू बेचने के पंजीयन की तारीख , ६ मार्च की गई= इन्वेस्टर स्मिट की प्रेस कांफ्रेंस २ मार्च को , ३.३० पर= किसानो पर संकटो के पहाड़ टूटे= जनता को शंख की तरह बजाया जा रहा तथा प्रचंड मूर्खो को चलाया जा रहा= धर्म के नाम पर शातिर खेल जारी= दो तीन दिन मौसम खराब रहेगा= षड्तंत्रो तथा शातिर चालो के काले सूर्यो को सन्देश , हम , तुम्हारी गुलामी क्यों सहे? इज्जत से मरने का जज्बा हमारा हें= नाजियो को , अपने षड्यंत्रों पर गरूर हें , किन्तु सत्य तो , हमारा भगवान हें= चाहे जितने नाटक करो , जुमले गढ़ो,तुमसे आगे तो हमारा रास्ता हें= जो बाप कमाई खाते हें , हराम की कमाई खाते हें , जो भीक मांग क्र खाते हे, उन पर मंहगाई का असर नहीं होता हें= परिंदों के ही पंख होते हें ,जिनके शरीर में झूठ और अंहकार के पंख होते हें , उनकी बर्बादी , जल्द होती हें