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Home उज्जैन ब्रेकिंग न्यूज[ १५-३-२५] जिले का मौसम अचानक बदला , बादल छाये , मावठे के आसार , २५-३० वर्ष पूर्व भी , रंग पंचमी के दिन मावठे की वर्षा हुई थी= तेज हवाए चलेगी , भारी वर्षा हुई , गेंहू की फसल को नुकसान हो सकता हें
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उज्जैन सार समाचार[१५-३-२५] सीएम डा मोहन यादव ने , उज्जैन में होली मनाई= पुलिस लाइन में भी होली सम्पन्न=देश के एनी भागो की तरह , उज्जैन में भी शवो की होली= विवेकानन्द कालोनी निवासी ,राहुल की ह्त्या = भेरोग्रह पुल के पास , ऑटो चालक ने , एक्टिवा चालक को टक्कर मारी मोत= देवास गेट चोराहे पर गुंडों ने चाक़ू बाजी की= नशे का व्यापार भी खूब हुआ= होली का रंग फीका रहा= बुधवार को मानेगी रंग पंचमी , उसी दिन से चिन्तामण गणेश की जत्रा शुरू होगी= शहर में अनेक स्थानों पर विवाद= रंग पंचमी पर विशेष , सुरक्षा व्यवस्था करना जरुरी= रंग पंचमी पर ,महाकाल की गेर निकलेगी= गर्मी के तीखे तेवर जारी= गुंडा तत्वों में , उन्माद , पुलिस का कोई भी नहीं= महाकाल मंदिर में आरती का समय बदला= शहर के भगवाधारी तथा धार्मिक गणवेश वालो में हडकंप= हेंड पम्पस के पानी का स्वाद भी बदल रहा क्यों?= शहर के १८ से अधिक मीडिया कर्मियों में हडकंप ,किसी भी समय गाज गिर सकती हें , हर गेंग की खबर , खुफिया तंत्र के पास= शहर का माहोल खराबहो रहा= व्यापारियों की शातिर लूट भी जारी= क्षिप्रा , प्रदूषित पानी की डबरी= पुलिस गुंडा विरोधी अभियान कब शुरू करेगी? नर्क निगम की लापरवाही चरम पर , मच्छरों के आताक से जनता हलाकान=शहर में विशेष गेंग के रोचक खेल , भूमाफिया , घोटाले बाज चेहरे , दल्ले तथा अफसर , एक समूह में= शान्ति स्वरूपानंद तथा गेंग का क्या होगा? खतरनाक ब्रेकिंग न्यूज[१५-३-२५] हिन्दू धर्म तथा हिंदुत्व के ठेकेदारो को बड़ा झटका= सरवा धर्म के ४०लाख आदिवासियो का खुला ऐलान , हम हिन्दू नहीं , हम तो प्रकृति के पूजक , हें ,हमारे धर्म का विवरण महाभारत काल में भी था , कोरवो के पक्ष में युद्ध भी किया था , ४० लाख आदिवासियों की मांग , सरवा धर्म को देश में मान्यता दी जाए , हम सनातनी धर्मी हें= नाजीगेंग , संघ तथा सरकार में मचा हडकंप ,एनी आदिवासी कभी कह रहे हम , हिन्दू नहीं , कोकणी गेंग का हिन्दू धर्म स्वीकार नहीं , नाजी सरकार , धोंस डपट पर उतरी= सच्चा धर्म क्या होता हें , थीम न्यूज खुलासा करेगा, स्वामी विवेकान्दजी बता चुके हें , की , सुसंस्कृति ही सुसंस्कार होते हें , वही सच्चा धर्म होता हें , तथा धारण योग्य होता हें