आज की कड़वी बाते[२२-२-२३]राजनीति और धर्म के पण्डे और गुंडे , स्वदेशी आतंकी हें= देश शातिर षड्यंत्र का शिकार हो रहा, जनता भी भ्रमित हें= भारत अब , राष्ट्र नहीं रहा , शातिर राजनेतिक नाटको का मंच हो गया= कुप्रथाए , राष्ट्र , समाज व्यवस्था तथा इंसानों के लिए अभिशाप हो रही= चंदे से भंडारे और बेमानी से धनकुबेर बनने वाले , दानवीर हो रहे= भागवतजी से सवाल , दल्ले संघी नेताओं के धनकुबेर होने के राज , जाने या नहीं= भारत भी जल्द , महा विनाशक भूकंप का शिकार होगा , हिमालय करवटे लेगा , भारत का मानचित्र बदलेगा= राष्ट्र , समाज , व्यवस्था , जनता तथा सनातन धर्म की क्रूर ह्त्या , नाजी सरकार,कोकणी , नाजी गेंग तथा स्वदेशी आतंकियों का लक्ष्य और एजेंटा= देश की जनता भी भ्रमित , स्वार्थी तथा निंद्रा में= सच्चा धर्म क्या हें? कोई जानने को तय्यार नहीं , तथा कथित घिनोने धर्म के रोबोट बन रहे= सच्चा इंसान और सच्चा धर्म धारक होना , स्वर्णिम जीवन यात्रा हें= साधू संतो का चरित्र , व्यवहार और कर्म तक प्रदूषित , संतोष चरित्र गायब= देश के नेता , शेतानी , आतंकी, झूठ तथा नाटकीय परिवेश में उनका अंतिम संस्कार जरुरी= देश संस्कृति , सनातन धर्म तथा आरुणी रंग की ह्त्या के अपराधी , नाजी , कोकणी गेंग तथा राजनीति के पण्डे और गुंडे