हवाबाज तथा झूठ बोलने वाले रोबोट्स, विश्वास के शातिर षड्यंत्री हत्यारे हें , उनका साथ ले कर चलना, मुर्खता हें, इसी कारण , हमें , अपनी उंगली पकड कर चलना होगा , विश्वास का संकट , रसातल से भी अधिक गहरा हें