शासन के नियमों की सरेआम धज्जियां उडाता सामाजिक न्याय दिव्यांगजन विभाग नर्मदापुरम का बाबू

भोपाल/नर्मदापुरम् दिनांक 4/3/2024 (महेश यादव नर्मदापुरम)् सामाजिक न्याय दिव्यांगजन विभाग नर्मदापुरम जिला नर्मदापुरम के कार्यालय में पदस्थ संतोष शर्मा सहायक ग्रेड-2 बाबू सन् 1990 से एक ही जगह लगातार पदस्थ है जबकि शासन के ऐसे निर्देश है कि तीन वर्ष से अधिक एक ही जगह कोई कर्मचारी/अधिकारी पदस्थ नहीं रहने चाहिये बाबू इस कार्यालय में अनुदान शाखा को संचालित कर रहा है। दिव्यांगजन एवं वृद्ध आश्रम की संस्थाओं के द्वारा सन् 2020-21 से लगातार इस बाबू के संबंध में शिकायत प्राप्त हो रही है कि इन संस्थाओं में हितग्राही एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को समय पर अनुदान नहीं मिल रहा है तो उसका 30 से 40 प्रतिशत की राशि देना पडता है। सन 2021-22 में नर्मदांचल की नयाजीवन कल्याण समिति नर्मदापुरम श्रीमेकलसुता शिक्षा समिति नर्मदापुरम को अनुदान देने के लिये मांग की गई अनुदान राशि का 50 प्रतिषत राशि देने को कहा था संस्था के द्वारा राशि नहीं प्रदान की गई इस कारण आरटीआई कार्यकर्ता से सूचना का अधिकार लगाकर जानकारी न देने बावत् आयुक्त को शिकायत कर मान्यता समाप्त करवाई गई दिव्यांगजन संस्थाओं को विगत 2 से 3 वर्ष से अनुदानराशि समयपर प्रदान नहीं की गई पूर्व से कई शिकायत आयुक्त कार्यालय भोपाल मेें लंबित है। इस बाबू का 2 से अधिक संतान की शिकायत भी पूर्व में आयुक्त कार्यालय भोपाल को भेजी गई थी। वह भी आज दिनांक तक लंबित है।
सूत्रों से ज्ञात है कि जुलाई 2019 में इस बाबू का स्थानांतरण नर्मदापुरम से खण्डवा किया गया था वह भी राजनीति एवं संचालनालय के अधिकारियों के द्वारा सांठ-गांठ कर रूकवा दिया गया। इसके बाद इस बाबू की एक शिकायत मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में सम्मिलित करने हेतु ऐक वृद्ध से 5000 रूप्ये की मांग की गई थी जिसका वह वृद्ध तीर्थयात्रा से वंचित रह गया और शासन की योजना का लाभ नहीं ले पाया इस तरह बाबू की कई शिकायत है फिर भी इसका स्थानांतरण नहीं हो पा रहा है। इस बाबू के रहते शासन को भी क्षति हो रही है। कि शासन की योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति की पहंुच से दूर होता जा रहा है। राजनीतिक संरक्षण प्राप्त बाबू का स्थानांतरण शासन क्यों नहीं कर रहा है यह प्रश्न का विषय है। इस बाबू का स्थानांतरण अभी नहीं हो पाया तो आने वाले लोकसभा चुनाव पर इसका सीधा असर दिखेगा। जिसका जिम्मेदार स्वयं शासन रहेगा।