bhopalउज्जैनदेशमध्यप्रदेश भारत में गरीबो के लिए प्रजातंत्र हे ही नहीं , करोड़ पीटीआई ही चुनाव मैदान में , गरीब तो नाम मात्र के , जिनकी सम्पति , ५०० से १५०० रुपये तक , पूंजीवादी प्रजातंत्र मुर्दाबाद April 26, 2024April 26, 2024
दिल्ली= आप नेता संजयसिंह , ६ माह बाद जेल से रिहा , ५ शर्ते भी थोपी , संजयसिंह बोले , समय कड़े संघर्ष का हें
ब्रेकिंग न्यूज थोक में [१५-१२-२३]कोरोना का घातक वेरोएंट[ j.n1] की दस्तक, अमेरीका से भारत में आयात हुआ, फिर लाक डाउन के हालात के संभावना= नाजीगेंग भी सत्तावादी कोरोना= राजनीति के सत्तावादी अखाड़े में , मोदी पछाड़ एक नया दाव=शिवराज का नाजी गेंग को करारा झटका, साफ़ कहा , मप्र नहीं छोड़ेगे= जयपुर = वसुंधरा भी नाजी गेंग को झटका दे रही, राजस्थान नहीं छोड़ेगी=नाजीवाद को समाप्त करने , देश में भाजपा [ अटल] की घोषणा=संजय जोशी, शिवराज , वसुंधरा, डा रमणसिंह, संयोजक मण्डल में , अडवाणी, राष्ट्रीय अध्यक्ष होगें= जयपुर= शपथ लेने वाले , शर्मा के साथ बहुमत ही नहीं , राज्यपाल , पहले फ्लोअर टेस्ट कराए , बाद में शपथ हो= वसुंधरा समर्थक,अधिकाँश मीणा, बागी , बेनीवाल , तथा आदिवासी विधायक साथ नही, कांग्रेस के ६९विधायक भी , राजस्थान में लोकप्रिय सरकार गठन हेतु, वसुंधरा के समर्थन में, राजपूत विधायक भी साथ नहीं सभीने मिल कर, लोकप्रिय सरकार की पर्ची, सार्वजनिक की , नाजीवाद राज के खात्मे का ऐलान किया= देश की जनता , अब , मुर्ख नहीं बनेगीऔर ना ही भ्रमित होगी= आदित्य्नाथ , पीएम नहीं तो , यूपी में , नाजीवादी गेंग का सफाया होग= संजयजोशी , नाजी गेंग के सारे राज खोलेगें, कोकणी गेंग में मचा हडकंप
उज्जैन न्यूज[१-३-२४] इन्वेस्टर स्मिट सफल , २० हजार को नोकरी का आस बंधी= व्यापार मेला भी उद्घाटित , शुरू दिन से ही छुट मिल रही, rto ने अस्थाई केम्प लगाया= इन्वेस्टर का भोज , वेध शाला क्षेत्र में सम्पन्न= ६.२० बजे का तूफ़ान भी संकट बना, ११० किमी की गति से हवा चली , व्यापार मेले में तबाही मची= ग्रामीण अंचल में भी तूफ़ान का खर , फसले तबाह= सिंधिया ने भी अपना राग अलापा = विक्रम पंचांग तथा अन्य कृतियाँ भी विमोचित हुई= लाडली बहनों की किश्त भी जारी= गेंहू बेचने के पंजीयन की तारीख , ६ मार्च की गई= इन्वेस्टर स्मिट की प्रेस कांफ्रेंस २ मार्च को , ३.३० पर= किसानो पर संकटो के पहाड़ टूटे= जनता को शंख की तरह बजाया जा रहा तथा प्रचंड मूर्खो को चलाया जा रहा= धर्म के नाम पर शातिर खेल जारी= दो तीन दिन मौसम खराब रहेगा= षड्तंत्रो तथा शातिर चालो के काले सूर्यो को सन्देश , हम , तुम्हारी गुलामी क्यों सहे? इज्जत से मरने का जज्बा हमारा हें= नाजियो को , अपने षड्यंत्रों पर गरूर हें , किन्तु सत्य तो , हमारा भगवान हें= चाहे जितने नाटक करो , जुमले गढ़ो,तुमसे आगे तो हमारा रास्ता हें= जो बाप कमाई खाते हें , हराम की कमाई खाते हें , जो भीक मांग क्र खाते हे, उन पर मंहगाई का असर नहीं होता हें= परिंदों के ही पंख होते हें ,जिनके शरीर में झूठ और अंहकार के पंख होते हें , उनकी बर्बादी , जल्द होती हें