नर्मदापुरम में प्रत्याशी बदलने की मांग, सनातनी विरोधी प्रत्यासी भी बदलने का विरोध राजधानी में, विरोध कांग्रेस के फायदे का सौदा।

भोपाल 13/10/2023 हाथों में लिखी तख्तियों के जरिए नर्मदापुरम में प्रत्याशी बदलने की मांग कर रहे समर्थक भी भाजपा कार्यालय पहुंचे। वे मौजूदा विधायक सीताशरण शर्मा को दूसरी बार टिकट नहीं दिए जाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने नारे लगाए कि अब नर्मदापुरम में परिवारवाद और सामंतवाद नहीं चलेगा। उधर, सिवनी मालवा के भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालय में शक्ति प्रदर्शन किया। यहां दो दावेदारों के समर्थकों द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। यहां के मौजूदा विधायक प्रेमशंकर शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी दफ्तर पहुंचकर फिर से टिकट दिए जाने की मांग की। जबकि यहीं के चुनाव लड़ने की इच्छा रखे दूसरे दावेदार योगेंद्र सिंह भी समर्थकों के साथ वरिष्ठ नेताओं से मिलने आए।


सनातनी विरोधी प्रत्यासी बदलने के लिए कार्यकर्ता का विरोध जारी यह विरोध कांग्रेस के फायदे का सौदा


मुसीबत बने हुए हैं भाजपा के प्रत्यासी पार्टी के लोग ही प्रत्यासियों को पसंद नहीं कर रहे तो जनता उनको क्यों पसंद करेगी। भाजपा द्वारा इस दौरान दो दूसरे दलों के नेताओं को लेकर प्रत्याशी बनाया गया है। ये वे नेता हैं जो दूसरे दलों में रहते हुए हिंदुओं के साथ ही सनातन का लगातार विरोध करते रहे हैं। इसकी वजह से भाजपा कार्यकर्ता अपना विरोध प्रगट कर रहे है। इस विरोध का असर न होते देख अब तो कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय तक आकर अपना विरोध खुलकर दर्ज करने में भी पीछे नहीं रह रहे हैं। और यही आपसी फूट कांग्रेस को फायदे का सौदा हो जायेगा। इस मामले में भाजपा के रणनीतिकारों का अनुमान इस बार पूरी तरह से फेल हो गया है। इसके सबसे बड़े दो उदाहरण है अमरवाड़ा की भाजपा प्रत्याशी मोनिका बट्टी और मऊगंज से प्रत्याशी प्रदीप पटेल। इन दोनों ही चेहरों को सनातन विरोधी होने के बाद भी भाजपा ने प्रत्याशी बना डाला है। अब विरोध का आलम यह है कि इनके विरोध में कार्यकर्ता साफ चेतावनी भी दे रहे हैं कि टिकट नहीं बदला, तो हम वोट बदल देंगे।