यदि यादव [ अहीर], जाट और गुर्जर एक हो गये तो नाजी गेंग , सरकार , कोकणी गेंग तथा स्वदेशी आतंकियों का अंतिम संस्कार हो जाएगा , अवशेष तक नहीं मिलेगे , सेकड़ो साल तक