धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की आस्था पर लूट का साया
उज्जैन -16 जुलाई 2024: देश के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के साथ लगातार लूट की घटनाएं हो रही हैं। इन स्थलों पर प्रतिदिन हजारों से लेकर लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था और भक्ति के लिए पहुंचते हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन, पुलिस प्रशासन, और वहां का नजरिया प्रशासन इस मामले में पूरी तरह से मौन धारण किए हुए हैं। इस कारण आम श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
श्रद्धालु अपने परिवार, बच्चों, और बुजुर्गों के साथ धार्मिक स्थलों पर ईश्वर से प्रार्थना करने जाते हैं, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चाहे वह ऑटो, टेंपो, या टैक्सी का मामला हो, या अपने वाहन को पार्किंग करने का मामला हो, हर जगह उन्हें अवैध वसूली और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है।
उदाहरण के लिए, कई स्थानों पर ऑटो खड़ा करने के लिए 200 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। टेंपो और मैजिक वाहन यात्रियों से अवैध वसूली करते हैं, और कई बार यह टैक्सी और ऑटो चालक दुर्व्यवहार तक करते हैं। पुलिस में शिकायत करने पर भी पुलिस उनके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं करती। धार्मिक स्थलों पर गंदगी, सामान चोरी, और पैसे चोरी होने की घटनाएं भी आम हो गई हैं, जिससे श्रद्धालुओं को और भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
यह समस्या केवल एक राज्य तक सीमित नहीं है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, दिल्ली, कोलकाता, और बंगाल सहित देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धालुओं को इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानों पर पार्किंग के लिए 200 रुपए तक की अवैध वसूली हो रही है, चाहे वाहन वहां 1 घंटे खड़ा हो या 4 घंटे।
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। जहां भी बड़े धार्मिक स्थल हैं, वहां लाखों लोग दर्शन करने जाते हैं। उनकी भावनाओं को आहत नहीं होना चाहिए और उनके साथ धोखाधड़ी या परेशानी नहीं होनी चाहिए। सरकार को सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करना चाहिए और श्रद्धालुओं को उचित मदद प्रदान करनी चाहिए ताकि वे शांति और भक्ति के साथ अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।