देश में नव भावनात्मक क्रान्ति सोच तथा क्रान्ति अनिवार्य , संसद , विधान , संविधान , राष्ट्रवाद, सनातन धर्म , सनातन धर्मी सुसंस्कृत, व्यवहार, न्याय तंत्र , प्रजातंत्र , सत्य ,आदर्शो, मर्यादाओं, मानवीय मूल्योंतथा जन मूल्यों की ह्त्या बंद करो , मातृ शक्ति का सम्मान ओर उसकी रक्षा हो, जुमलो , शाब्दिक लफ्फाजी, सर्व अपमान का कुचरित्र होना भी , राष्ट्र . समाज और भारत माता की ह्त्या जेसा ही अपराध हें=भारत माता की रक्षा श्री गणेश , १४० करोड़ जनता इसी वक्त से करे