देश में , जल प्रलय, जल तांडव तथा मृत्यु के तूफ़ान जारी हें, दोषी तो हम सब हें, हम ही अपराधी हें|झूठ , उन्माद , और अन्याय के देते हमारे चरित्र और आत्मा हें, हम ही भारत माता तथा सनातन धर्म के हत्यारे हें