उज्जेन न्यूज अपडेट[१२-११-२३] महाकाल मंदिर में मनाया गया , रूप चोह्दस तथा दीपोत्सव पर्व= शहर में दीपोत्सव का उत्साह, मन्ह्जाई की मार से ओपचारिकता पूर्ण की जा रही= दीपोत्सव पर्व को व्यापारियों ने बनाया लूट पर्व, जी भर के जनता को लुटा= प्रदुषण भी दीपोत्सव का एक भाग बना सभी प्रकार के प्रदुषण चरम पर=सोमती नहान हेतु , काले पानी में नर्मदा का पानी छोड़ा जाएगा= गेंदे के फुल , ११० से १५० रु किलो बिके=फटाके मंहगे, किन्तु खूब बिक रहे=हमारे , ह्रदय , आत्मा , व्यवहार, नीति , नियत , नयन, कर्मो, धर्म तथा सनातनी संस्कृति में तिमिर का स्थायी वास, कोटि कोटि, प्रज्वलित, दीपो के साँसे फुल रही, सफ़ेद झूठ, विश्वासघात, टोपेबाजी और दिखावा, जीवन यात्रा का पपथ बन रहा= १३ को निर्वान लाडू उत्सव मनेगा= हम अपने अपने , आत्म , विवेक तथा सनातन धर्मी दीप प्रजव्लित करे , जीवन ज्योतिर्मयी होगा= ९०%जनता बोल रही , दीपावली तो धन वालो की हम तो मात्र , ओपचारिकतानिभा रहे हें=शहर के संभ्रांत भिकारी भीख हेतु तरस रहे, अब गेंग बनाकर भीख मांगने की पहल कर रहे= शहर बहुआयामी प्रदुषण से अभिशप्त =