घट्टिया/दिपांशु जैन.तहसील क्षेत्र में इन दिनों लगातार बेजुबान गौमाताओं सहित अन्य पशुओं के साथ अत्याचार होता नजर आ रहा है। बेजुबानों के साथ हो रहे लगातार अत्याचार को लेकर तहसील के साथ जिला प्रशासन का रवैया भी मौन रूप में दिखाई दे रहा है। बेजुबानों के लिए तहसील और जिला प्रशासन अगर सख्त रवैया अपनाना शुरू कर दे तो संपूर्ण जिले में बेजुबानों के साथ गौमाताओं की हत्या होना बंद हो सकेगा। एक तरफ मध्यप्रदेश में गौभक्ति की बात कर करीब 18 वर्षों तक प्रदेश में राज करने वाली भाजपा की शिवराजसिंह सरकार के कार्यकर्ता, नेता और मंत्रियों ने प्रदेश की सड़कों पर भटकने वाली गौमाताओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए थे, वहीं प्रदेश में रही 15 महीने तक की कांग्रेस की कमलनाथ सरकार प्रदेश की अनेकों ग्राम पंचायतों में गौशाला का निर्माण करवा चूकी है, तो आज भी अनेकों ग्राम पंचायतों में गौशाला का निर्माण कार्य भी चल रहा है। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को गिराकर पुन: सत्ता में बैठी भाजपा की शिवराजसिंह सरकार ने गौशाला के साथ गौमाताओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए है। जिसके कारण आज भी प्रदेशभर में अनेकों गौमाताएं सड़कों पर भटक रही है तो अनेकों कसाईयों द्वारा गौमाता की हत्या की जा रही हैं। जिसको लेकर प्रदेशभर में विश्व हिन्दू परिषद्,बजरंग दल सहित अन्य हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं द्वारा लगातार क्षेत्र में अवैध रूप से हो रहे गौमाताओं के क्रय- विक्रय और उनकी हत्या को लेकर अपना विरोध दर्ज करवा रहे है। साथ ही पुलिस पर अपना दबाव बनाकर कार्यवाई करवा रहे है। लेकिन पुलिस प्रशासन का उन अज्ञात तो नामजद आरोपियों पर कार्यवाई नहीं करने वाला यह रवैया आरोपियों के हौंसले बुलंद करते नजर आ रहा है। हिन्दू संगठन सदस्यों के दबाव के बाद पुलिस कहीं न कहीं अज्ञात आरोपियों पर कार्यवाई करते नजर आ रही है। गत दिनों भी तहसील क्षेत्र के ग्राम गुनई जागीर में झाड़ी वाले इलाके में गौमाता की हत्या का मामला सामने आया था। जहां से पुलिस ने पंचानामा बनाकर गौमांस के अवशेष जांच के लिए भेजे हैं। लेकिन संगठन के सदस्यों ने दबाव बनाकर अज्ञात आरोपियों रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं सोमवार को तहसील क्षेत्र के ग्राम बिछड़ौद में भी गौमाताओं के साथ हुए अत्याचार का एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां गौमाताओं का एक झुंड रविवार- सोमवार की दरम्यानी देर रात अज्ञात किसान के खेत पर पहुंच गया होगा, जहां किसान ने गौमाताओं के झुंड के साथ नंदीजी (सांड) पर भी लाठि, डंडे या धारदार हथियार भांजे गए, जिससे करीब पांच गौमाताओं में दो बछड़े और एक नंदीजी (सांड) गंभीर घायल हुए है। जिसकी भनक हिन्दू संगठन सदस्यों को लगते ही पुलिस को सूचना दी गई, जिस पर उक्त मामले को संज्ञान में लेकर मौके पर पहुंचकर पुलिस ने गौमाताओं और नंदी का निरिक्षण कर कार्यवाई की बात कहीं है।