कड़वी बातें[१-२-२०२३] नाजीवाद की स्व प्रशंशा करने वाला बजट२०२३-२४ संसद में पेश , राष्ट्रपति ने स्वीकृति दी= बजट राष्ट्र तथा जनता का चीर हरण करने वाला बजट २०२३-२४, वित्त मंत्री , चीरहरण की लाल साडी में नजर आयी , भाषण में आत्म प्रशंशा करने लगी=बजट २०२३-२४ , छिपकलिया खिलाक्र राष्ट्र तथा जनता के डीएनए को आर्थिक रूप से सबल बनाने की नाजीवादी घोषणा , राष्ट्र तथा जन dna की षड्यंत्री ह्त्या हें , उसी के शव पर , २०२४ में , नाजीवादी महल बनाने का घिनोना प्रयास हें= बजट का रंग , आरुँनी ना होकर काला हें= नाजी सरकार के खिलाफ , देश की ७०% भारत की जनता= भारत का नाम नही बदल दो, नयानाम नाजी तथा कोकणी लेंड कर दो janटा को बहुआयामी रूप से बेहाल करने वाला नाजी गेंग का राजनेतिक तथा सत्तावादी बजट संसद में पेश, हवाहवाई कल्पनाए बजट की खासियत, वर्तमान के सत्यको नकारा तथा जनता को भ्रमित किया= अमृतकाल का विषमयी ,नाजीवादी राजनीति का काला बजट२०२३-२४= पीएम को अमेरीका आने का न्योता दिया , ब्राइदेन ने= पाक बन रहा , भारत का नया, आतंकी संकट= बजट २०२३-२४ सभी के लिए नाजीवादी षड्यंत्री भ्रम तथा सुनहरी धोका , राष्ट्रपति ने धृतराष्ट्र की भूमिका निभाते हुए , बजट को स्वीकृति दी