bhopalउज्जैनदेशमध्यप्रदेश उज्जैन = लम्बे समय से बीमार चल रहे, भगवान् जगन्नाथ स्वस्थ हुए, आज शहर भ्रमण करेगें , इस्कान की रथ यात्रा मंडी गेट से , दुसरी रथ यात्रा जगदीश मंदिर से July 7, 2024July 7, 2024
उज्जैन न्यूज अपडेट[१७-४-२४] मुकेश लश्करी तथा जितेन्द्र गरासिया के संवाद[१७-४-२४]दुसरा संस्करण[ शहर तथा अंचल में , आत्म ह्त्या जारी= नामांकन प्रक्रिया , १८ से शुरु होगी= महावीर जयंती पर तीन दिवसीय समारोह , १९ से= रामघाट पर ठेलेवालो में संघर्ष , सामान फेका= शहर में अनेक स्थानों पर कन्या भोज के आयोजन=महाकाल लोक हेतु , २ हेक्टर जमीन अधिग्रहित होगी , १ होटल तथा २५६ मकान , अधिग्रहित होगें= महालोक में पार्वती निवास भी बनाना जरुरी=कोट मोहल्ले से अतिक्रमण हटाया= बर्थ दे पार्टी मेनन , दो भाइयो पर चाक़ू से हमला , अस्पताल में उपचार जारी = मौसम रंग बदल रहा=वाहनों के चालान से १२ हजाधूमर की वसूली= पेयजल तथा बिजली संकट गहरा रहा= सफाई व्यवस्था ध्वस्त= शादियों की धूम= शहर में लूट राज , सब लूट रहे ,म जनता को टोपे पहना रहे = याता यात अराजकता चरम पर
देश में राजनेतिक हालात नाजुक ,राष्ट्रपति शासन या लोकप्रिय सरकार अनिवार्य, नाजी सरकार नहीं चाहिए, जन आवाज,
उज्जैन न्यूज अपडेट[३०-९-२३]रेप प्रभाविता का अस्पताल जा कर कमलनाथ ने हाल जाना= कांग्रेस नेता अधिवक्ता , प्रताप मेहत का निधन संध्या को पञ्च तत्व में विलीन =२ हजार के गुलाबी नोट बदलवाने का अंतिम दिन समाप्त१ से नोट रद्दी होगें , २४ हजार के नोट वापस दबे थे= रेप प्रभाविता की हंट में आंशिक सुधार , होश में आने के बाद बयान देगी= महाकाल ti ने रेप प्रभाविता को गोद लेने की घोषणा की , धन्यवाद= ५० वर्षीय बुजुर्ग की सडक हादसे में मोत= खेतीहर मजदुर के ८ वर्षीय , पुत्र को अज्ञात वाहन ने रोंदा , मोत=लाशें मिलने का कर्म जारी =मूर्ति विसर्जन के बाद , पाले पर नहाने गया युवक डूबा= परिवार पर हमला करने नशेड़ी युवक ने आत्म ह्त्या की= मंडी में सोयाबीन की आवक , गुणवत्ता खराब , भाव गिरे= मानसून बिदा , तापमान में इजाफा = श्राद्ध खाने कोवे नहीं आ रहे= संजी पर्व शुरू , शहरो में संस्कृति लुप्त, ग्रामीण अंचलो में नजर आ रही= जल वायु ध्वनि तथा अतिक्रमण चरम पर पर= नर्क निगम में , ५० लाख की प्रोत्साहन राशी घोटाला , fir दर्ज होगी=धर्म के नाम पर शातिर खेल= पत्रकारिता बदनाम हो रही , गेंगबाज, धनखोर तथा अल्टरबाजो रोचक कारनामे=शहर की पावनता तथा सामाजिकता समाप्त , महाकाल आक्रोश में