उज्जैन[ आज प्रेस आजादी पर्व पर सभी संवादक , प्रतिष्ठानों तथा सभी विधाओं के संवादको का आत्मिक अभिनंदन , स्वागत तथा बधाई|अपना अपना आत्म चिंतन जरुर करे , मोदी , नाजी तथा कारपोरेट मीडिया बनने का चरित्र त्यागे तथा सच्चा राष्ट्रीय लोक तथा जन मीडिया बने , बिकाऊ तथा बंधुआ संवादक बनना महापाप , खुद की आत्मा तथा चरित्र के साथ धोका हें|एक बात कह रहा हु[ जो बिक गया वो सारा गद्धारो का वंश हें , जो ना बिका उसमे , भारत माँ का अंश हें|यही आव्हान तथा निवेदन, संवाद , खबर तथा संवाद पालिका ही ह्त्या बंद करो तथा लोक मान्य संवादक बनो , अधिमान्य संवादक नहीं