अति प्राचीन मां सिंह भवानी माता मंदिर में महा आरती के बाद भंडारा उज्जैन ग्राउंड रिपोर्ट मुकेश लश्करी
महाआरती के दौरान मंदिर परिसर भक्तों के जयकारों से गूंज उठा। माता सिंह भवानी की दिव्य आरती के बाद श्रद्धालुओं के बीच भंडारा वितरित किया गया। मंदिर के पुजारियों और स्थानीय सेवकों ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व:
मां सिंह भवानी का यह मंदिर सदियों पुराना है और उज्जैन के प्रमुख धार्मिक स्थलों में गिना जाता है। इस मंदिर में हर साल नवरात्रि और विशेष अवसरों पर महाआरती और भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए आते हैं।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
आज के भंडारे में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और माता का प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों ने माता के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए पूजा-अर्चना की और महाआरती में शामिल होकर दिव्य अनुभव का आनंद लिया। कई श्रद्धालुओं ने इसे जीवन का एक विशेष और आध्यात्मिक क्षण बताया।
मंदिर समिति की ओर से आभार:
मंदिर समिति के सदस्यों ने श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन करने का संकल्प लिया। समिति के अनुसार, भक्तों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए भविष्य में और अधिक भव्य आयोजन किए जाएंगे।
निष्कर्ष:
मां सिंह भवानी माता मंदिर में महाआरती और भंडारे का यह आयोजन धार्मिक श्रद्धा और सामाजिक एकता का प्रतीक बन गया है। उज्जैनवासियों और दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने इस अद्वितीय अनुभव का आनंद उठाया और माता से सुख-शांति की प्रार्थना की।