मोदी ने रूस में फिर भूल की , नर संहार के अपराधी, मासूम बच्चो व रोगियों के हत्यारे , पुतिन से रूस का सर्वोच्च सम्मान लिया , शाही भोज भी किया, उन्हें सम्मान लेना ही नहीं था , यह मानवीय मूल्य हें, किन्तु , नाजीवादी तथा व्यक्तिवादी अंहकार जिसमें हो , वह अपना विवेक खो ही देता हें, यही हाल मोदी का हें, भारत की १४२ करोड़ जनता को सम्मान स्वीकार नहीं , वो सम्मान वापस करने का एलान करती हें , पुतिन भी जान ले, रूस युक्रेन युद्ध , इसी वक्त बंद करे ,

आज के ताजा समाचार[९-७-२४] चीन बड़े युद्ध की तय्यारी में , तीन सागरों में तीन युद्ध पोत उतारे= इरान के नये राष्ट्रपति ने हिजबुल्ला का समर्थन किया= पुतिन का नर संहार, युक्रेन पर, ४० मिसाइल दागी, स्कूल्स तथा अस्पताल पर , २७ की मोत= हिजबुल्ला ने , इजराइल के खुफिया केंद्र, ड्रोन हमले से तहस नहस किया= पाक में भीषण गर्मी , लोग मर रहे, मुर्दाघरो शव रखने की जगह तक नहीं= अब राजस्थान में बगावत, ३६ से अधिक विधायक बागी हो रहे= सभी मीणा, एक साथ, मीणा सीएम के पद की मांग की ,= वाशिगटन में नाटो सम्मेलन= अनेक प्रदेशो में जल प्रलय जारी= अब बैंक्स में नाजीवादी कर्म वीर योजना ,= मोदी मीडिया बना , नाजी मीडिया , राहुल गांधी तथा इण्डिया मोर्चे को बदनाम करने का ठेका भी लिया=

१६ संस्कारों , ६४ कलाओं तथा १८ विधाओं से , नकली हिन्दू गेंग को कोई सरोकार ही नही = देवत्त्व स्वरूप हेतु, आत्म चिंतन तथा,कट्टर आध्यात्मिक होना ही सच्ची साधना और , ईश् भक्ति हें= महाकाल मंदिर में शतिर ठगों , धनखोरो , दल्लो, चार टांगो तथा दो टांगो वाले श्वानो शातिर लुटेरो के कदम कदम पर डेरे हें क्षिप्रा फिर हुई , प्रदूषित , नहाने तथा आचमन योग्य , जल भी नहीं , प्रदूषित पानी की डबरी ही हें= शहर का विवेकी तथा व्यवहारिक विकास , अनिवार्य

कड़वे समाचार थोक में[९-७-२४]देश की जनता को लूट रहे , व्यापारी= सोना चांदी हुआ मंहग नाजी सरकार तुरंत भंग करो , राष्ट्रपति शासन लगु हो या लोकप्रिय सरकार का गठन हो= देश में अमीरी की सीमा तुरंत तयकरो , उसकी इकाई परिवार हो , परिवार चाहे विभक्त हो या सयुंक्त= धर्म और संस्कृति के ठेकेदार बन रहे , नकली हिन्दू= वेदिक धर्म ही सनातन धर्म हें , नाजी तथा कोकणी गेंग का धर्म तो नकली धर्म हें=

देश के अनेक प्रदेशो में जल प्रलय, विदेशी तथा स्वदेशी आतंकियों के नंगे नाच देश में , अवेध पीएम , पुतिन के भोज का आनन्द ले रहे, दाश की जनता धिक्कार रही, सेना के जवानो की मोत हो रही , जनता त्रस्त हें , जल प्रलय चरम पर, पीएम अपनी छवि चमकाने में व्यवस्त , जनता धिक्कार रही,जलालत भरा जीवन , जीने वाले , मर क्यों नहीं जाते?

मोदी , देश के अवेध , पीएम, जनता बोल रही , बेशर्मी के साथ पद पर बेठे हें, जलालत भरा जीवन यापन क्यों कर रहे हें, आत्म चिंतन , तुरंत करे, सरकारी विज्ञापनों के स्थायी कार्टून भी बने क्यों?