bhopalउज्जैनखेलदेशमध्यप्रदेशविदेश मप्र= बामनिया में आदिवासी देव, मामाजी का स्मरण , पूजन तथा अर्चना सम्पन्न, हजारो की संख्या में , लोग शरीक हुए, स्मरण समारोह में , सच्चे नेता का एसा सम्मान करती हें , जनता , नाजी गेग तो प्रायाजित सम्मान करती हें ,नाजी भाजपा नेताओं का December 27, 2023December 27, 2023
उज्जैन न्यूज अपडेट[१९-८-२४]रात , ९ बजे तक मनाया जाएगा , रक्षा बंधन पर्व= महाकाल की ५ वी सवारी निकली , अनेक अप्रिय हादसे नजर आये= महाकाल में , १.३० लाख लड्डू का भोग लगा , थोक में , प्रसाद बाता गया= सीएम को चमचे तथा उत्साहीलाल ही घेरे रहते हें , जनता आलोचना कर रही=सीन , जनता से भी संदाद करने का समय निकाले= कृष्ण सुदामा धाम में , चमचो का अनुशासन हीन खेल , सर की पगड़ी गिरते गिरते बची= नारायणा धाम , कृष्ण तीर्थ बनेगा , सीएम की घोषणा , नारायण लोक की घोषणा अटकी, जन्मा अष्टमी भव्यता से मानेगी= यादव समाज , महिदपुर ने , सीएम् यादव का स्वागत किया , भाजपा नेता आर्य भी उसी मंच पर साथियो के साथ मोजूद रहे= जिलाधीश की उपेक्षा नजर आयी= व्यापारियों की शतिर लूट जारी , और जारी रहेगी= सीएम , महाकाल की सवारी में= प्रभारी मंत्री टेटवाल , मात्र एस्प्रो तथा एनासिन के समान= अंहकार तथा अंहकारी का रोमांचक, पतन होता हें
उज्जैन ब्रेकिंग न्यूज[१०-४-२४] झुलेला जयंती पर , डग्गर वाडी मंदिर का चल समारोह निकला, सती गेट पर वाधवानी परिवार ने भव्य स्वागत किया= फुलपातिया भी निकली= ईद ११ को , बाजार में रोनक , सुबह , ८ बजे ईदगाह पर नमाज= शहर तथा आसपास वर्षा के आसार , तेज हवाए चल रही= महाकाल मंदिर समिति म, तुरंत , भंग करो , महाकाल न्यास गठित हो , महाकाल एक्ट में संशोधंन , तुरंत किया जाए
आज की कड़वी बाते[२४-११-२३]राम , कृष्ण, शिव, महावीर और अल्ल्हा मंदिरों , मस्जिदों और आराधना स्थलों में नहीं होते हें, वे तो हमारी आत्मा , मन, मष्तिस्क, विचारों, कर्मो में , प्रेम भावना में ही रहते हें, यही सच्ची सनातन संस्कृति और सनातन धर्मी व्यवहार हें, भोतिक भक्ति तो महा पाप हें= मुझे आप से बात करना हें, आप बात क्यों नहीं करते हो , इसी पर बात करना हें , यही एक बात हें= २७ को कार्तिक पूर्णिमा, अनेक महा योग, विष्णु के पास प्रभार, लक्ष्मी बेहद प्रसंन्न, शिव ने देत्य का वध किया, नदियों तथा सरोवरों में दीप दान तथा प्रेम का आत्म दीप प्रज्वलित करने का महा योग भी= हमारे , सभी पूर्व तथा वर्तमान कर्मो का हिसाब भी यंही पर होता हें , हम अपने कर्मो का बही खाता अवश्य जाने= जो त्याग नहीं के सकता , वो हमेशा अतृप्त ए रहता हें , साधू संत हो या योगी,आम आदमी हो या भगवान्= हम स्वार्थ , अंहकार , झूठ तथा बहुरूपिये, रोबोट हो गये, सत्य सूर्य की धुप तक पसंद नहीं= हम रोज अपने आपको खोते हें , अपनी स्मृति तथा पहचान तक को राख बनाते हें, = लोग खूब खाते हें , जीने के लिए और भगवान् श्री कृष्ण को प्रतीक बताते हें, यदि खायेगें, नहीं तो जियेगें केसे?, नेता और अमीर धन घोटाले , चन्दा , झूठ और धन खाते हें , आम जनता भीख और प्रलोभन खाती हें, जी भर कर खाओ और जियो= सबसे सच्चा प्रेम करे , सत्य दीप बने और महा त्यागी बने , यही जीवन यात्रा का लक्ष्य हें, विवेकवादी बने और जीवन यात्रा को स्वर्णिम बनाये