जातिजन गणनाके आकडे प्रस्तुतहोने से , नाजी और कोकणी गेंग की जमीन , सोच , दिमाग तथा विचारों में भूकंप, जातिवादी जन गणाना को भी साम्प्रदायिक , रंग देने की कुचाले चल रही नाजी सरकार और गेंग|राजनेतिक कोवे , सभी का श्राद्ध कर रहे , और खुद ही खा रहे