उज्जैन न्यूज[१०-८-२०२३]जल , वायु तथा ध्वनि प्रदुषण चरम पर=मंदिरों में विशेष दर्शन हो रहे =गुंडों तथा माफियाओ पर अंकुश लगाने में पुलिस तथा प्रशांसन नाकाम=नशे की गुकांप पर भीड़=मंछामं में बने बिना परमिशन बने, क्षिप्रा यात्र्र गृह को जमीदोज किया, सराफे में बने यात्री गृह पर नर्क निगम , मेहरबान क्यों?जिलाधीश खुद जाकर देखे=संघी धन प्रिय , दल्लो की चांदी=क्षिप्रा के प्रति क्रूरता