उज्जैन से राष्ट्रीय जनता संघ की स्थापना की घोषणा, मुख्य आधार[ भारत संततन धर्मी राष्ट्र ही रहेगा, हर इंसान को कट्टर धार्मिक नहीं , कट्टर आध्यात्मिक , राष्ट्रवादी,समाजवादी, सत्यवादी , सर्व सम्मानक , आदेशक नहीं , आदेश पालक बनाया जाएगा, सर्व धर्म तथा आराधना स्थलों का सम्मान होगा , इंसानों में दिमागी जड़ता फेलाना , अपराध होगा, धनखोरी,जमीन खोरी, आर्थिकता का व्यापार अपराध माना जाएगा=किसी प्रकार की सत्तावादी राजनीति नहीं होगी, जातिवाद , तथा पंथवाद तथा समाज को खंडित करने वालोको सजा दी जायेगी= सनातनधर्मी सुसंस्कृत व्यवहार अनिवार्य होगा= वर्तमान संघ जो ,हिंदुत्व, संस्कृति तथा धर्म का ठेकेदार, घिनोनी राजनीति तथा धनखोरी का पाप कुम्भ बना हुआ हें, उसे भी सनातन धर्मी बनाने की पहल होगी, ब्लाक स्तर , पंचायत तक , राष्ट्रीय जनता संघ के संचालक प्रतिनिधि होगे= सुशिक्षा , सुधर्म तथा सुकर्म, अनिवार्य शर्त हें= आओ सब मिलकर स्वर्णिम, राष्ट्र , समाज , व्यवस्था तथा सनातनी भावनाए बनाये तथा प्रकृति रक्षक तथा श्रंगारक बने