देश की, ९०% जनता कहरा रही , नाजी , कोकणी तथा स्वदेशी आतंकियों के आतंक से , देश , नाजी , कोकणी तथा स्वदेशी आतंकियों के आतंक से , फिर भी मुर्फा हालत में , क्रान्ति करने का साहस तक नहीं, देश की जनता और व्यवस्था को गुलाम बना दिया , राजनीति और धर्म के पंडो और गुंडों ने