सीतारमण बजट २०२४-२५ की विसंगतिया दूर करे , बजट में शंशोधं अनिवार्य , विपक्ष की बाते भी माने , तब ही बजट राज्य सभा में पारित होगा, जनता मुल्क की मालिक हें नेता या दल नहीं,