मोदी ने रूस में फिर भूल की , नर संहार के अपराधी, मासूम बच्चो व रोगियों के हत्यारे , पुतिन से रूस का सर्वोच्च सम्मान लिया , शाही भोज भी किया, उन्हें सम्मान लेना ही नहीं था , यह मानवीय मूल्य हें, किन्तु , नाजीवादी तथा व्यक्तिवादी अंहकार जिसमें हो , वह अपना विवेक खो ही देता हें, यही हाल मोदी का हें, भारत की १४२ करोड़ जनता को सम्मान स्वीकार नहीं , वो सम्मान वापस करने का एलान करती हें , पुतिन भी जान ले, रूस युक्रेन युद्ध , इसी वक्त बंद करे ,