देश में तालिया बजाने वाले कलयुगी साधू संतो की भीड़ ,फलदायक आशीष देने की क्षमता ही नहीं, सभी अपने आप में असंतुष्ट हें , राजनीति और धन के फेर में हें, कड़वा सच