भारत में गरीबो के लिए प्रजातंत्र हे ही नहीं , करोड़ पीटीआई ही चुनाव मैदान में , गरीब तो नाम मात्र के , जिनकी सम्पति , ५०० से १५०० रुपये तक , पूंजीवादी प्रजातंत्र मुर्दाबाद

अहीर[यादव] , जाट , गुर्जर , गरीब , मुस्लिम , दलित तथा बुद्धिस्ट, sc, st एक होकर , महा जन क्रान्ति को मूर्त रूप दे , नाजी , कोकणी ,पूंजीवाद तथा स्वदेशी आतंकियों की खेर नहीं ,सभी वर्ग जागे , एकता रंग अनिवार्य