देश में नव भावनात्मक क्रान्ति सोच तथा क्रान्ति अनिवार्य , संसद , विधान , संविधान , राष्ट्रवाद, सनातन धर्म , सनातन धर्मी सुसंस्कृत, व्यवहार, न्याय तंत्र , प्रजातंत्र , सत्य ,आदर्शो, मर्यादाओं, मानवीय मूल्योंतथा जन मूल्यों की ह्त्या बंद करो , मातृ शक्ति का सम्मान ओर उसकी रक्षा हो, जुमलो , शाब्दिक लफ्फाजी, सर्व अपमान का कुचरित्र होना भी , राष्ट्र . समाज और भारत माता की ह्त्या जेसा ही अपराध हें=भारत माता की रक्षा श्री गणेश , १४० करोड़ जनता इसी वक्त से करे

लाल किले की प्राचीर सेतिरंगा फहराना गर्व की बात हें , किन्तु सफ़ेद झूठ, पूर्वाग्रही तथा षड्यंत्री भावनाओं की वर्षा , शर्म की बात ही होगी, भारत का चरित्र हें आत्मा हें तिरंगा और सत्य मेव जयते

आज के ताजा समाचार[१४-८-२०२३]आजादी के ७७ वे वसंत पर , राष्ट्रपति ने जनता को बधाई दी और कहा , भारत , लोकतंत्र का विशाल जन समुदाय हें=आज अधिक मास की शिवरात्री भी मनाई गई= हिमाच तथा उत्तराखंड में जल प्रलय तथा नियती का तांडव जारी , शिव पर कहर , अनेक मोते , राहत कार्य जारी , सेन्य कालेज का भवन , भी चपेट में = बद्रीनाथ हाई वे पर भुसंख्लन , मार्ग बंद= शिमला कालका ट्रेक की मिट्टी बही, ५० मीटर की पतरिया हवा ले लटकी= दिल्ली- केग ने nhai की धोकाधड़ी पकड़ी, द्वारिका हइवे रेट १८.२० करोड़ तथा उसे २५० करोड़ कर दिया . लागत ७७७० करोड़ हो गई= मप्र के विभागों में भारी घोटाले , धनखोरी तथा कमीशन बाजी, भाजपा बोखलाई=उज्जैन के महाकाल महालोक में घोटाले तथा भारी कमीशन बाजी=म्म्प्र के कटनी जिले में , ४ बच्चो की तालाब में डूबने से मोत, तालाब में नहाने गये थे , एक दुसरे को बचाने में ४ की डूबने से मोत , सभी गरीब परिवार के , प्रशासन ने अंतिम संस्कार हेतु , ५-५ हजार की आर्थिक मदद की=चमोली में जल प्रलय , अनेक मकान ध्वस्त=नुह में , १३ दिन बाद , नेट सेवा बहाल =पाक में चीन को चेतवानी बलूच प्रांत खाली करे अन्यथा खून की नदिया बहेगी. ९० दिन का समय दिया=युक्रेन में पुतिन का नर संहार जारी , ७ की मोत , हमले में= अफगान की होटल में धमाका, ३ की मोत , ७ घायल= जोंग ने अमेरीका से युद्ध का ऐलान किया=ताइवान के उप राष्ट्रपति अमेरीका में , चीन की चेतावनी का कोई असर नहीं=५ साल में ८ लाख लोगो ने भारत की नागरिकता छोड़ी= जेल में इमरान का कत्ल होगा?ईरान के खिलाफ तालिबानने बनाये , आत्मघाती दस्ते=शिव का तांडव तो होगा ही

राष्ट्रपति ने , राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा[७७ वे आजादी पर्व की जनता को बधाई दी और कहा , भारतीय ह्पना , हमारी सबसे बड़ी पहचान हें, हम एक व्यक्ति नहीं , प्रजातांत्रिक विशाल जन समुदाय हें, राष्ट्रप्री ने देश के महान प्रत्रिभाओ का स्मरण किया= महिलाए राष्ट्र का गोरव बढ़ा रही हें= आदिवासीयो से शिक्षित होने , तथा परम्पराओं को आधुनिक बनाने की अपील कीg-२० का जिक्र किया तथा जलवायु परिवर्तन की चुनोती से निपटने का आव्हान किया, अंत में कहा की हमें हमारी जड़ो पर लोटना होगा