सिंहस्थ/१६, महाकाल लोक के षड्यंत्री घोटाले , नाजी गेंग और नाजी सेना के अभिशाप बने, ये जनता हें , सब जानती हें, माखन , मिश्री के सारे राज जानती हें, हलवाई के माध्यम से क्या क्या गुल खिलाये