संघ को भंग करने का समय आ चुका हें , भागवतजी, धन , सत्ता, जमीन के सारे षड्यंत्र उजागर हो रहे हें, सनातन धर्म की ह्त्या , १४० करोड़ जनता , स्वीकार नहीं करेगी, राष्ट्र के dna तक को , बहुआयामी रूप से प्रदूषित किया हें, अब जनता कट्टर दिखावे तथा मर्यादामयी धर्म को त्याग रही, कट्टर आध्यात्मिक युग दस्तक दे रहा