भोपाल/ नर्मदापुरम दिनांक 28/ 5/ 2024 (दयाराम कुशवाहा भोपाल) सतपुड़ा टाइगर रिर्जव के जंगलो में खुलेआम अवैध शिकार हो रहा। आज पिपरिया के आस पास बेल बादरी और अन्य लोगो ने किया हिरण का शिकार तालाब व बांध वाले इलाकोें में पषु पक्षियो का खुलेआम शिकार किया जा रहा है। सूत्रो की माने तो तीतर, बटेर, पनडुब्बी, कौवा व बकुला पक्षी लुप्त प्रजाति वाले पक्षियों में हैं। पर पक्षियों का शिकार हो रहा है। विभाग ने इस संदर्भ में भी किसी शिकारी के ऊपर अब तक कार्रवाई नहीं की है। जिले में अवैध शिकार के मामलों में दिनों दिन हो रही बढ़ोतरी हो रही है। आज पिपरिया के आस पास सतपुडा टाईगर क्षेत्र में अज्ञात शिकारीयो के द्वारा हिरण का शिकार किया गया है। उससे अवैध शिकार की घटना एक बार फिर सामने आई है। वन विभाग की इन मामलों को रोकने को लेकर तो कोई कवायद नजर रही है और ना ही जंगल में पेट्रोलिंग हो रही है। यही वजह है कि शिकारी टोलियां बना कर बेखौफ होकर जंगलों में हाथों में बंदूक के लिए घूम रहे हैं। बेजुबान जानवरों पर वह अपना कहर लगभग रोजाना किसी किसी इलाके में बरसा रहे हैं, लेकिन इस मुहिम पर अंकुश लगाने के लिए कहीं कुछ नहीं हो रहा है। अवैध शिकार रोकने के निर्देश सिर्फ कागजों तक ही सीमित नजर रहे हैं। अवैध शिकार पर वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कानूनन पूरी तरह से प्रतिबंध है। मगर लंबे समय से शेर और अन्य जानवरो का शिकार शिकारी जंगलों में घूम कर टोलियां में करते आ रहे है। अवैध शिकार की पोल साफ खुलती नजर रही है। जिले में शिकारियों की तादाद कितनी है इसका भी विभाग के पास कोई आंकड़ा नहीं है।सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम के नए पदस्थ अधिकारी क्या वन विभाग की गतिविधियों से अनभिज्ञ है अगर इस तरह ही रहा तो वन मंत्री जी एवं प्रशासन पर सवाल खड़ा हो सकता है क्यों ना इनका ट्रांसफर दूसरी जगह किया जाए जिससे जल जंगल और जमीन की सुरक्षा हो सके। क्या विभाग में पदस्थ अधिकारी सिर्फ मोटी तन्खा लेने और एसो आराम के अलावा क्या जंगल में जानवरो को सुरक्षित कर पायेगे ? बड़ा सबाल