रामलला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले , दीक्षित का निधन , महूर्त ही गलत निकाला था, नाजी गेंग ने ही, महूर्त थोपा था= चिल्का तिलक को सूर्य तिलक बताया था