आज के ताजा समाचार[२४-१०-२३]देश भर में विजयोत्सव पर्व सम्पन्न, नाजी वादी तथा बुराई के प्रतीक रावणों के पुतले दहन हुए , किन्तु रावण और रावणी संस्कृति ज़िंदा हें= पीएम का बयान , रावण दहन के साथ , जातिवाद का दहन होना चाहिये, जूमला अच्छा हें= फ्रांस के राष्ट्रपति तेल अबीब में , नाहू से मिले,फिलीस्तीन के राष्ट्रपति से भी मिलेगें, ब्राइदेन ,असफल हो चुके हें= हमास ने , दो बंधको को रिहा किया= इजराइल ने बहु मंजिल पर हमला किया, १२ की मोत , १०० घायल= केदारनाथ , बद्रीनाथ , गंगोत्री के पट, १८ नवम्बर को , तीन बज कर ३ मिनीट पर बंद होगें= इज्राओल हमास युद्ध में , ६ हजार से अधिक इंसानों का ने संहार=तेल बम भी जल्द फूटेगा=मोहन भगवत का बयान , अखंड भारत बनेगा, ये बात वर्तमान भारत के लिए हे या ओउर्व भारत के लिए, नाजी सरकार को भी सन्देश दिया सबको साथ लेकर चला होगा= ईरान भी युद्ध हेतु तय्यार= मध्य पूर्व में ,अमेरीकी सेनिक भी संकट में= तूफ़ान हमन का संकट=
उज्जैन ब्रेकिंग न्यूज थोक में[१७-८-२४] कांग्रेस की भव्य हल्लाबोल रेली तथा जन सभा सम्पन्न , अराजकता , मंहगाई, शोषण अन्याय , कुव्यवस्था , शातिर आतंकवादी ठका महाकाल मंदिर को लेकर आक्रोश, जिलाधीश कार्यालय का घेराव किया , अप्रिय हालात टले=उज्जैन की शराब , गुजरात में कोन , बेच रहा= शराब माफियाओं के रोचक खेल , सरकारी सडक को भी अपनी निजी सडक जता रहे= रक्षा बंधन पर्व पर मंहगाई की मार= महाकाल मंदिर तथा परिसर में शातिर ठगी , लूट तथा अनेक रोचक कुकृत्य= शहर में , बहुआयामी अराजकता= महाकाल मंदिर समिति भंग की जाए , महाकाल मंदिर न्यास बनाया जाए , हर समाज ओर पंथ के दो दो न्यासी हो= शहर में , फूहड़ , शातिर गुंडे , संभ्रांत गुंडे , भूमाफिया सक्रिय= रक्षा बंधन का समय , दोपहर , १.३० बजे से रात , ९ बजे तक , भद्रा में राखी ना बंधवाये= पेयजल समस्या विकराल , गंभीर डेम , तथा अनेक तालाब प्यासे, गंभीर डेम का दुसरा चरण , युद्ध स्तर पर पूर्ण करो , नया डेम भी अनिवार्य=महाकाल मंदिर में, चलित दर्शन व्यवस्था हो , vipवाद बेन हो, सशुल्क दर्शन व्यवस्था समाप्त करो , महाकाल प्रसाद व्यवस्था के नाम पर काली लूट बंद करो= मानसून की बिदाई लग रही , उमस से जनता परेशान हो रही= शहर का हर आदमी , बहुआयामी रूप से बिमार= शहर में लूट तथा ठगी राज,= खाद्ध विभाग का चेकिंग नाटक हुआ= मीडिया में संभ्रांत भिकारियो के शातिर नाटक[ मुकेश लश्करी तथा जितेन्द्र गरासिया के संवाद]