मप्र में परिवर्तन की लहर, घोटालेबाजो और घोटालो के संरक्षक शिवराज अच्छे आदमी थे किन्तु, नाजी और कोकणी गेंग के भक्त और चरणदास होकर, कंस सेना के सेनिक होकर , अपना सब कुछ बिगाड़ चुके,अब संकट ही संकट, जनता और महाकाल की बददुआ उनके खाते में, स्व अटलजी का आशीष भी उनके साथ नहीं