ब्रेकिंग न्यूज थोक में , [१४-८-२४]१५ को , आजादी पर्व के नाम पर , सत्ता हस्तातरण का ७८ वा वसंत देश में मनेगा= जुमले , शातिर षड्यंत्र , शाब्दिक लफ्फाजी , मर्यादा भंजन , सफ़ेद , काली झूठ , विधान , संविधान , तथा सनातन धर्म की , ह्त्या , हिंसा , उन्माद , तोपेबाजी , विश्वाशघात तथा धनवादी परिवेश , अंहकार , सर्व अपमान जेसा नाजी चरित्र तथा संस्कार , केसे माने हम आजाद हें? स्वर्णिम समाजवादी , आदर्शी भारत बनाने का बाद ही हम, सच्चे रूप में , आजाद होगें , जो कठीन कार्य हें= संसद से सडक तथा गांवो की पग डंडियों तक , उन्मादी गोरवशाली तथा परिवेश हें , भारत केसे , राष्ट्र बना रहेगा