पुरी= ४६ साल बाद , भगवान् जगन्नाथ के , इनर तथा आउट रत्न भण्डार खुले , यह कार्य , ६ दिन चलेगा , हर बातो का ध्यान रखा गया , सांप पकड़ने वाली दो गेंग भी तय्यार रखी गयी थी , कोई सांप नहीं निकला, इनर गेट को खोलते ही पुलिस कप्तान बेहोश हो गये थे , मंदिर परिसर में ही उनका उपचार किया गया= रत्न भंडारों की चाबी गुम थी , इस कारण , रत्न भण्डार के ताले तोड़े गये , सामान की सूची बनाई जा रही हें, रत्न भण्डार पर नये ताले लगाये गये , भारी मात्रा में सोना , चांदी व जेवरात मिले , हीरे जड़ित