नाटक नोटंकी बाज , भाजपा तथा नाजी गेंग बोखला रही, दो टांगो वाले जहरीले रसेल वाइपर फुफकार रहे, महानगरो से लेकर , ग्न्वो की पग डंडियों तक, इनके रूप तथा स्वरूप भी विचित्र