देश का संविधान और १४२ करोड़ जनता

जनवरी , १९५० में भारत का संविधान लागू हुआ, विश्व का श्रेठ संविधान हें| संविधान के ७५ वर्ष पूर्ण होने को हें, २६ नवम्बर को संसद का सयुंक्त सत्र होगा=हमारे संविधान की ह्त्या करने वाले , सदा ही सरकारी वर्दी में नजर आये हें , और आज भी हें| चुनाव २०२४ में , संविधान की ह्त्या का नारा दिया गया था , जनता ने शातिर षड्यंत्र नाकाम किया= हमारा संविधान , पंथ निरपेक्ष हे , सनातन धर्मी हें , सर्व कल्याणक हें, उसकी बजाय, नाजी , कोकनी गेंग , कट्टर हिंदुत्व वादी संविधान थोपना चाहती हें , जो संभव ही नहीं| देश में कितने हिन्दू हें , इस बात पर भी विचार जरुर करे ,,आदिवासी , बुद्धवादी , दलित , महा दलित , जेन , सिख, अपने आप को हिन्दू मानते ही नहीं , हें , देश में , वे भी सच्चे हिन्दू कितने हें?हम १४२ करोड़ जनता सनातन धर्मी हें , चाहे हमारे पंथ अलग अलग हो, भारतीयता हमारी जाति हें