दिल्ली= कांग्रेस चुनाव में हार पर मंथन कर रही किन्तु, सत्य नहीं जान पा रही= कांग्रेस का पंचायत तथा सामाजिक केडर आधार ही नहीं ही नहीं हें, कांग्रेस सेवादल की घोर उपेक्षा की जा रही= कांग्रेस का प्रकोष्ट बल बेहद कमजोर हें, कांग्रेस धार्मिक तथा अधायात्मिक मोर्चे पर बेहद कमजोर हें=कांग्रेस में बड़े नेताओं में गुटबाजी चरम पर हें , स्थायी रकता नहीं हें= कांग्रेस के धनकुबेर नेता कार्यकर्ताओं की कोई मदद नहीं करते हें= कांग्रेस चुनावी तथा सत्तावादी दल नहीं , राष्ट्रीय वोचार धारा वाला दल हें= कांग्रेस में इमानदार तथा सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय कोटा हें , उनका शोषण किया जाता हें= कांग्रेस को नाजी गेंग जेसी झूठ बोलने , जुमलो तथा शाब्दि लफ्फाजी करने में महारथ नहीं हें=कांग्रेस में जिलाला तथा ब्लाक अध्यक्ष ,बनाने की प्रक्रिया भी दूषित हें , कांग्रेस का मीडिया प्रकोष्ठ भी बेहद कमजोर= खड्गे तथा राहुल प्रियंका के सामने सच प्रस्तुत हें , कांग्रेस में, राष्ट्रीय स्तर के नेता का अभाव हें तथा योजना और नियत्रण प्रकोष्ठ का अभाव हें ,